अधुरी खिताब - 36

एपिसोड 36 — “स्याही में कैद रूहें”(सीरीज़: अधूरी किताब)---1. स्याही की साँसेंदरभंगा की हवेली में अब कोई इंसान नहीं था —पर सन्नाटे में भी कुछ जीवित था।हर दीवार, हर शीशे, हर पन्ने में साँसें भरी हुई थीं…नीली, लाल और काली — तीन रंगों की रूहें, जो एक-दूसरे में उलझ चुकी थीं।टेबल पर रखी दोनों किताबें हल्की-हल्की कांप रही थीं,जैसे कोई भीतर से उन्हें पलटने की कोशिश कर रहा हो।और तभी —दरवाज़े पर दस्तक हुई।> ठक… ठक… ठक…बाहर खड़ा था एक लड़का —आरव चतुर्वेदी,दिल्ली का यूट्यूबर, जो “Haunted Tales of India” चैनल चलाता था।वो मुस्कुराया, कैमरा ऑन किया और बोला