अधुरी खिताब - 32

. आर्या राठौर की नींद टूटीदरभंगा की वही हवेली…जहाँ अब कोई नहीं आता।रात के तीन बजे —हवेली के पुराने कमरे की खिड़की अपने आप खुली।और हवा के साथ एक किताब अंदर आ गिरी।आर्या राठौर नींद में चौंक उठी।“कौन है वहाँ?”उसकी आवाज़ सन्नाटे में गुम हो गई।टेबल पर रखी मोमबत्ती अपने आप जल उठी।और सामने वही किताब थी —> “The Soul Script”By: Ruhaani Sen (In Spirit)आर्या के दिल की धड़कन तेज़ हो गई।किताब के कवर पर कुछ हिल रहा था —नीली स्याही की एक रेखा… जो धीरे-धीरे उसका नाम लिख रही थी —> ARYA RATHOREवो पीछे हटी, पर पन्ने खुद-ब-खुद खुल