चुड़ैल और इंसान: एक अनकहा प्यार

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रात का अंधेरा गाँव पर काला आसमान की तरह फैल गया था। हवाओं में कुछ अजीब सी सरसराहट थी, और पेड़ों की पत्तियाँ जैसे किसी अनदेखी ताकत से हिल रही थीं। गाँव के लोग दरवाजों में बंद होकर भी डर महसूस कर रहे थे। कहते हैं कि उस गाँव के पास एक पुराना, टूटा-फूटा हवेली है, जहां कभी कोई नहीं जाता।लेकिन उसी हवेली में रहती थी इशा, जिसे लोग सिर्फ “चुड़ैल” कहते थे। उसका नाम ही लोगों के दिल में डर भर देता था। कहते थे कि रात को अगर किसी की निगाह उस हवेली पर पड़ी, तो अजीब आवाज़ें