अध्याय 5नील के साज़िशी खेल और दोस्तों के धोखे से प्रेम और अनन्या दोनों को भारी झटका लगा। विश्वास टूट गया, पर उनके दिलों की डोर कुछ हिचकोले खाकर भी नहीं टूटी।प्रेम ने खुद को कोसा, पर सोच लिया कि अब अकेले नहीं लड़ना; अनन्या के साथ पूरी ईमानदारी से खड़ा रहेगा।दोस्ती की परखतभी, प्रेम के एक पुराने दोस्त "राहुल" ने उसकी मदद का हाथ बढ़ाया। राहुल ने प्रेम को समझाया कि"सच और प्यार सबसे बड़ी ताक़त है, जो झूठ और साज़िश को रोक सकती है।"राहुल ने प्रेम को बदले का मौका नहीं बल्कि सही रास्ता चुनने की सलाह दी।