कैथरीन और नागा साधुओं की रहस्यमयी दुनिया

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मणिकैलाश पर्वत पर चमकते मणि जैसा उपन्यास “कैथरीन और नागा साधुओं की रहस्यमयी दुनिया”   नब्बे के दशक में, मुझे वर्ष याद नहीं, अहमदाबाद के साबरमती नदी के तट पर एक मेले का आयोजन हुआ था। उस समय मैं अहमदाबाद के लाल दरवाजा इलाके में एक बहुमंजिला इमारत में स्थित  अकाउंटेंट जनरल के कार्यालय में कार्यरत थी। इतना याद है, हम कुछ मित्र मिलकर इस मेले में गए थे। भारी भीड़ के बीच एक कतार में खड़े कुछ नागा साधु सब के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। निर्वस्त्र और जटाधारी इन साधुओं को लोग कनखियों से देख रहे