एक अधूरी प्रेम कहानीलेखक: विजय शर्मा एरीशहर की चकाचौंध और भीड़-भाड़ से दूर, हिमाचल की वादियों में बसा था एक छोटा-सा गांव, कसोल। कुल्लू नदी के किनारे, चीड़ के पेड़ों से घिरा यह गांव प्रकृति का एक अनमोल तोहफा था। सुबह की पहली किरण के साथ नदी का कल-कल बहना, पक्षियों का चहचहाना, और भेड़ों की घंटियों की आवाज—सब कुछ एक सपने जैसा था। यहीं रहते थे आरव और मायरा, दो ऐसे दिल जो एक-दूसरे के लिए धड़कते थे, मगर उनकी कहानी पूरी होने से पहले ही अधूरी रह गई।पहली मुलाकातआरव एक साधारण-सा लड़का था। उसका परिवार कसोल में एक