तेरा लाल इश्क - 18

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आशना क्लिनिक रूम में एंट्री ली उसके पिछे कृषभ इशारों में सबको डराने की कोशिश कर रहा था पर सब उसे इग्नोर कर दिए ।"लीडर आपका पैर" सभी एक साथ चिंतित स्वर में चिल्ला उठे।"अब ठीक है,,,इसलिए ज्यादा गला फाड़ने की जरूरत नहीं" आशना बेपरवाही से अंदर आते हुए बोली। "ये होश में आने के बाद बेहोश कैसे हुआ ?" कृषभ गुस्से  में दात पिस्ते हुए सबको घूरते हुए पुछा।सभी ने एक साथ भीनी के तरफ उंगली कर इशारा किया की,,,ये सब इस साइको डॉक्टर का किया धरा है लीडर"आशना और कृषभ की गुस्से भरी सरसरी नजर जेसे ही भीनी पर