अधूरा इश्क़ — हिस्सा 3एक मैसेज, एक तूफ़ानलेखिका: नैना ख़ानसालों बीत चुके थे। ज़िंदगी ने दोनों को अपनी-अपनी राहों पर धकेल दिया था। समा अब शादीशुदा थी — दो प्यारे बच्चों की माँ, एक ज़िम्मेदार पत्नी, और समाज की नज़रों में एक “खुशहाल औरत।” मगर दिल के किसी कोने में, एक अधूरी कहानी अब भी धड़क रही थी। वो कहानी, जिसका नाम था — यूसुफ। एक आम शाम, एक अनचाही दस्तकउस शाम समा अपने कमरे में अकेली बैठी थी। बाहर बच्चों की हँसी की आवाज़, रसोई में बनती चाय की महक — सब कुछ सामान्य था। उसने अपना फ़ोन