नज़र से दिल तक - 15

सुबह से ही आसमान में बादल घिरे हुए थे। अस्पताल के बाहर हल्की-हल्की फुहारें पड़ रही थीं। Raj और Anaya आज किसी मेडिकल कैंप के सिलसिले में पास के गाँव गए थे।रास्ते में मिट्टी की खुशबू, हवा की ठंडक और उन दोनों के बीच पसरा हुआ अजीब-सा सन्नाटा — सब कुछ जैसे कुछ कह रहा था।“लगता है बारिश तेज़ होने वाली है,” Anaya ने खिड़की से बाहर देखते हुए कहा।Raj ने हल्की मुस्कान दी, “हाँ… पर कभी-कभी ऐसी बारिश दिल के बोझ को भी हल्का कर देती है।”Anaya ने उसकी तरफ देखा — उन आँखों में एक गहराई थी, जैसे