तेरा मेरा सफ़र - 11

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अगली सुबह होटल में हल्की-सी ठंडक थी। बारिश थम चुकी थी, पर हवा में अब भी वही नमी थी — जैसे बीती रात की बातों की यादें अब भी तैर रही हों।कियारा ने रिसेप्शन काउंटर संभालते हुए खुद को busy रखने की कोशिश की, पर हर कुछ मिनटों में उसका ध्यान भटक ही जाता।हर बार जब किसी ने अयान का नाम लिया, उसका दिल हल्का-सा धड़क उठता।“कियारा,” पीछे से आई आवाज़ ने उसे चौंका दिया।अयान सामने खड़े थे — हमेशा की तरह calm, पर उनकी आँखों में आज कुछ अलग था।“Sir?” उसने मुस्कुराने की कोशिश की।“आज एक special guest आ