सोने का पिंजरा - 19

नोटबुक के पन्नों में कई कच्चे नक्शे बने हुए थे—किसी पुराने शाही योजनाकार ने जैसे हवेली के अंदर की झलकियाँ छुपा कर रख दी हों. उन नक्शों में एक खास कमरा बार- बार उभर कर आता—एक छोटा कमरा, जहाँ पर कुछ उपकरण और एक पुराना बक्सा दिखता था. पन्ने के किनारे पर किसी ने छोटे अक्षर में लिखा था—“ वहाँ देखो—सच की परछाईं। अरहान ने कहा—“ अगर हम वहाँ पहुँचते हैं, तो हमें पता चल सकता है कि सुनीता आंटी की मौत क्यों हुई। वेरिका ने कोशिश की कि भरोसा बनाये रखे—पर उसके शब्दों में कांप थी. अगर वहाँ कुछ