सोने का पिंजरा - 18

दृश्य – हवेली का तहखाना, जहाँ अभी- अभी सुनीता आंटी का वीडियो खत्म हुआ है. माहौल में अजीब सी खामोशी है. दूर कहीं लोहे की चेन के खिसकने जैसी आवाज गूंजती है।वेरिका( कांपते स्वर में) ये. ये कैसे हो सकता है? सुनीता आंटी तो मर चुकी थीं. फिर ये वीडियो?अरहान( भौंहें सिकोडकर) या तो किसी ने हमें धोखा दिया है. या फिर उनकी मौत सिर्फ एक नाटक थी.कबीर( धीरे, गहरी आवाज में) नहीं. मैंने उनकी लाश देखी थी. मैं खुद वहाँ था. लेकिन अब जो सामने आया है, वो सबकुछ उलट रहा है.तभी पास खडा जेरेफ अचानक बोल उठता।जेरेफ: क्या