मेरे इश्क में शामिल रूहानियत है - 26

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---   मेरे इश्क़ में शामिल रुमानियत है   एपिसोड 26 : “परछाई का पुनर्जन्म”     ---   1. हवेली में नई सांस   सुबह की धूप दरभंगा की हवेली के टूटे झरोखों से अंदर आ रही थी। पर आज की धूप कुछ अलग थी — उसमें लालिमा कम, पर सुनहरापन ज़्यादा था। जैसे किसी ने रात भर हवेली की आत्मा को शांति दी हो।   अनाया अब भी वही दीपक थामे बैठी थी। उसकी आँखें थकी थीं, मगर उनमें एक सुकून था — जैसे किसी अंत ने उसे नई शुरुआत दी हो।   अचानक हवेली