कहानी का शीर्षक: “लाल धरती का पहला अह्सास ️ लेखक – विजय शर्मा एरी---रात भर नींद नहीं आई थी। धरती से करोड़ों किलोमीटर दूर “मंगल ग्रह” पर उतरने का सपना अब बस कुछ ही घंटों की दूरी पर था। अंतरिक्षयान प्रभात-1 के अंदर बैठे पाँच अंतरिक्ष यात्री अपनी-अपनी सीटों पर बंधे हुए थे—कमांडर आर्या, वैज्ञानिक अन्विता, इंजीनियर करण, डॉक्टर सनी और नेविगेशन विशेषज्ञ देव।“सावधान टीम, लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो रही है,” कमांडर आर्या की आवाज़ हैडफ़ोन में गूँजी। सबने साँस रोके मॉनिटर पर नज़रें जमा दीं। लाल धूल का बवंडर स्क्रीन पर घूम रहा था, और जहाज धीरे-धीरे उसके भीतर