पहली दफ़ा

  • 501
  • 153

पहली दफ़ा शुरुआतकॉलेज का पहला दिन हमेशा नया, ताज़ा और उत्साह से भरा होता है। विशाल भी उस सुबह नए सपनों के साथ कॉलेज पहुँचा था। सफेद शर्ट, नीली जीन्स और कंधे पर बैग टाँगे हुए, उसके चेहरे पर हल्की घबराहट साफ झलक रही थी।वो सोच रहा था –“न जाने कैसे होंगे यहाँ के लोग? दोस्त बनेंगे या अकेला ही रह जाऊँगा?”उसी सोच में डूबा वो क्लासरूम में घुसा और उसकी नज़र सामने वाली बेंच पर बैठी एक लड़की पर पड़ी।उसकी बड़ी-बड़ी आँखें, लंबें बाल और हल्की सी मुस्कान… बस, उसी पल विशाल को लगा जैसे दुनिया थम गई