Kabhi Jo Baadal Barse---बारिश हमेशा से ही लोगों की ज़िंदगी में एक खास जगह रखती है। कहते हैं न कि हर बूंद अपने साथ यादों का समंदर ले आती है। यही कहानी है “कभी जो बादल बरसे” की—एक ऐसी मोहब्बत की, जो बारिश की तरह दिल को भिगोती है और हर पल को यादगार बना देती है।---पहली मुलाक़ातवो जुलाई का महीना था, कॉलेज की छुट्टियाँ चल रही थीं। आसमान पर बादल छाए थे और ठंडी हवा चेहरे को छू रही थी। आरव अपनी बाइक लेकर बारिश का मज़ा लेने निकल पड़ा था। सड़क किनारे पेड़ों से टपकती बूंदें, चिड़ियों की