यह उन दिनों की बात है

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“ये उन दिनों की बात है” केवल एक प्रेम कहानी नहीं, बल्कि स्मृतियों का एक पुल है, जो आज की भागदौड़ भरी दुनिया से हमें 90 के उस सीधे-सादे, भावनाओं से लबालब भरे युग में पहुँचा देता है, जहाँ प्रेम चुपचाप आँखों से बहता था, संवाद पन्नों पर लिखा जाता था, और इज़हार किसी फ़ोन कॉल या टेक्स्ट मैसेज से नहीं बल्कि धड़कनों की लय से होता था। इस धारावाहिक का शीर्षक ही अपने आप में एक भावनात्मक यात्रा का संकेत देता है, मानो कोई बूढ़ा व्यक्ति अपने युवा दिनों को स्मरण करता हुआ कह रहा हो — “हाँ, वो