Rebirth in Novel Villanes - 16 (Last Part)

एपिसोड चालीस: एक आखिरी पन्ना” प्रेम जब सच होता है, तो वो हमेशा पाने में नहीं, खोने में भी संपूर्ण हो जाता है..."भाग एक: वो चिट्ठी जो कभी लिखी नहीं गईअलीजा उस सुबह खिडकी के पास बैठी थी,जब एक पुरानी डाक की लिफाफा उसके पैरों के पास आ गिरा।लिफाफा उसकी किताब की तरह ही सुनहरा था।उसने खोला,अंदर सिर्फ एक लाइन लिखी थी:जिसे तुमने जीवन दिया,अब उसकी कीमत चुकानी है।वो काँप उठी।नहीं... अब नहीं। मैंने सब कुछ पाया है... अब कुछ खोने का हक नहीं है।भाग दो: आरयान की धुँधली होती छविउस दिन आरयान का चेहरा थका- सा लग रहा था।तुम