इश्क और अश्क - 67

  • 108
  • 1
  • 78

रात्री : तो… आपके पास हैं मेरे सारे सवालों के जवाब…?सारे तो नहीं… लेकिन हाँ… तुम्हारे सपनों के जवाब… शायद मेरे पास हों।एक उम्रदराज़ औरत ने मुस्कुराते हुए, लेकिन आँखों में अजीब सी गहराई लिए सामने से कहा…---दूसरी तरफ़—अगस्त्य, फोन में लोकेशन ऑन करके, सड़क पर तूफ़ान की तरह दौड़ रहा था।उसके चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ़ थीं, जबड़े कसे हुए, उंगलियां स्टीयरिंग पर और भी ज़ोर से दब रहीं थीं।वो उसे बार-बार कॉल कर रहा था…पर रात्री… बस स्क्रीन पर देखती… और फिर नजरें फेर लेती।कुछ पल बाद… उसने कॉल कट कर दी।अगस्त्य का दिल धक-धक कर रहा