बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 74

chapter 74 मेघा को होश में देखकर किसी को फर्क नहीं पड़ता है तो वही वनराज का दिल अजीब सी कशमकश था।मेघा की हरकत देखकर उसे उसके साथ बिताए हर पल उसके दिमाग में एक रिल की तरह चल रहा था।तो वही रुचिता के कुछ अलग ही सिचुएशन चल रहे थे जहां वह मेघा को होश में देखकर खुश थी तो साथ में घबराई हुई भी थी अब उसे किस बात का डर था वही जाने।aab aage मेगा चाकू को बॉडीगार्ड की तरफ करते हुए धीरे-धीरे से दरवाजे की तरफ सरकती है जहां कपाड़िया परिवार पहले से ही उसका पूरा ड्रामा बिना