साहिल जैसे जैसे अपने दिल की बात बताए जा था था, सिमरन के मन में बहुत कुछ चल रहा था। लेकिन वो साहिल को नही बोल पा रही थी। पर कही दिल के कोने में उसे अच्छा भी फील हो रहा था कि साहिल उसे पसंद करता है। सिमरन को ऐसे कन्फ्यूज देखकर साहिल बोलता है कि ;साहिल - तुम इतना मत सोचो सिमरन, मेरी जो महसूस किया तुम्हारे लिए, वो बता दिया! तुम्हारे ऊपर कोई दवाब नही है कि तुम मुझे पसंद करो! हम अब भी अच्छे दोस्त है। सिमरन - साहिल , मुझे सच में वक्त चाहिए इन सब