हैलो दोस्तों!कैसे है आप सब ?बहुत दिनों से समय न मिलने की वजह से ये कहानी नहीं लिख सकी,अब कोशिश रहेगी कि हर शनिवार या रविवार को इस कहानी का अध्याय मिलता रहेगा।पर आपसे शिकायत है की आपने पिछले अध्याय में रेटिंग्स नही दी। जितनी जल्दी आप रेटिंग्स देंगे ,उतनी जल्दी के अध्याय लिखूंगी।(◕‿◕). ...... ..........(◕‿◕)हुक्म और हसरत सिया +अर्जुन=अर्सिया#Arsia---सिया ने बचपन से ये सीखा था कि जो दिल की सुनेगा, वो घर से दूर हो जाएगा।इसलिए उसने अपने सुरों को सीने में दफ़न कर लिया —बस जब कभी बहुत टूटी हुई होती…तो पियानो की चाभियाँ उसकी सिसकियाँ बन जातीं।आज