(आद्या अतुल्य को बचाने के लिए खुद को विराट को सौंप देती है और उससे विवाह स्वीकार कर लेती है, पर बाद में सच पता चलता है कि वह विवाह नहीं बल्कि उसकी नागशक्ति हड़पने की योजना थी। क्रोधित होकर आद्या की सुप्त शक्ति जाग उठती है और वह अतुल्य के साथ नागधरा छोड़कर वनधरा लौट आती है। विराट उसे खोकर पागल हो जाता है और वनधरा पर युद्ध की चेतावनी भेजता है। नाग रानी यह सुनकर स्तब्ध रह जाती हैं, क्योंकि अब उनका साम्राज्य भी खतरे में है। कहानी अब नागों के संघर्ष और आद्या की नियति की ओर