नज़र से दिल तक - 12

सुबह की पहली किरण hostel की खिड़की से भीतर आई तो Anaya की आँखें धीरे से खुलीं। रात देर तक डायरी लिखने के बाद भी नींद गहरी नहीं थी। उसके मन में अब भी Raj की हर बात, हर नज़र गूँज रही थी — जैसे वो उसके दिल की धड़कनों में उतर गए हों।Hospital पहुँचते ही Raj पहले से busy थे, लेकिन जैसे ही Anaya ने enter किया, उन्होंने हल्के से सिर उठाकर देखा — बस एक पल के लिए, पर वो पल जैसे ठहर गया।“Morning, sir,” Anaya ने धीरे कहा।“Morning,” Raj ने calm आवाज़ में जवाब दिया, पर उनकी