तेरा मेरा सफ़र - 7

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अगले दिन सुबह, होटल में usual कामकाज जारी था, लेकिन कियारा का ध्यान किसी और ओर भटकता जा रहा था। हर बार जब अयान की आवाज़ इंटरकॉम पर सुनाई देती, या वो लॉबी से गुजरते, तो कियारा के दिल की धड़कन एक लय तोड़ देती।वो समझ नहीं पा रही थी कि ये सब सिर्फ admiration है या कुछ ज़्यादा गहरा।काउंटर पर files संभालते हुए उसने देखा, अयान conference hall की ओर बढ़ रहे थे। उनके कदम confident थे, पर उनकी आँखों में हमेशा की तरह एक ठहराव था — जैसे वो अपने अंदर बहुत कुछ छिपाए हुए हों।कियारा की नज़रें