--- एपिसोड 17 : “मेरे इश्क़ में शामिल रुहानियत – रूह का इम्तिहान” नीली रेखा अब भी ज़मीन पर चमक रही थी। विवान और अनाया उसके एक ओर खड़े थे, और दूसरी तरफ़ वो रूह — जो नफरत में जल रही थी। उसकी आँखों में अंधेरे की लपटें थीं, जैसे वो सदियों से किसी बदले की आग में कैद हो। अनाया ने धीरे से कहा — “विवान… ये वही है, जिसने हमें पिछले जन्म में अलग किया था।” विवान की आँखें ठंडी मगर दृढ़ थीं — “तो इस जन्म में मैं इसे हमें तोड़ने