तेरा लाल इश्क - 12

गन फ्लावर शिप: खिला आसमां और खिला सूरज जिससे उसकी किरण वाइट मोटे काच के बने गन फ्लावर शिप पर पड़कर उसकी खूबसूरती में चार चांद लगा रहा था। पर बाहरी खूबसूरती शिप के अंदर का भयावह रूप कोई देख ले तो सास लेने की भी हिम्मत ना करेअंदर चारों तरफ घनघोर अंधेरा बस ऊपर से एक गोल रौशनी जगमगा रही थी जिसकी रोशनी नीचे पड़े एक आदमी पर पड़ रही थी।और वो आदमी जिसका शरीर ताजे जख्मों से भरा था देखने पर साफ पता चलता है की अभी कुछ समय पहले ही उस पर बहुत कोड़े बरसाए हो इतने अहसहे दर्द के