थ्री बेस्ट फॉरेवर - 39

( __/)( • . •)( > ओए होए मेरे यारो और दिलदारो हाजिर है आपका प्यारा यार बंकू next ep लेकर चलिए दिलखोल कर पढ़िए।सुनिता जी खुद से बतियाते हुए वो किचन  से बाहर निकल हॉल में आई तो हैरान रह गई। अब आगे,,, सभी लड़के कचरे के समान सोए पड़े थे। सुनिता जी हैरानगी भरी नजरों से उनको देख बोली "ये सब भी सोए हुए हैं,, शायद बहुत ज्यादा थक गए हैं और जाहिर सी बात है सफर से आए है पूरी ट्रिप इंजॉय किए होंगे भला कौन बेवकूफ सोने में अपना मजा वेस्ट करेगा" सुनिता जी मनीष के पास