चाहत से मोहब्बत तक

चाहत से मोहब्बत तक कभी-कभी ज़िन्दगी हमें ऐसे मोड़ पर ले आती है जहाँ एक साधारण-सी चाहत, धीरे-धीरे दिल की गहराइयों में उतरकर मोहब्बत बन जाती है। यही कहानी है आरव और कृति की…---पहला लम्हा – मुलाक़ात की शुरुआतदिल्ली यूनिवर्सिटी का वो पहला दिन… चारों तरफ़ नए चेहरे, नए दोस्त, और नई उम्मीदें।आरव हमेशा से ही शांत और पढ़ाई में डूबा रहने वाला लड़का था। भीड़-भाड़ से दूर रहना उसकी आदत थी। लेकिन किस्मत ने उस दिन उसके रास्ते में एक ऐसी लड़की ला खड़ी की, जिसने उसकी पूरी दुनिया बदल दी।वो थी कृति – हँसमुख, चुलबुली और सबको