वो आखिरी खत

---वो आख़िरी ख़त️ विजय शर्मा एरी---अध्याय 1 – पहली मुलाक़ातदिल्ली यूनिवर्सिटी का कैंपस, सर्दियों की मीठी धूप। बरगद के पेड़ के नीचे बैठी रीमा किताबों में डूबी थी। तभी आरव उसके पास जाकर बोलाहाय, मैं आरव हूँ।रीमा ने किताब से नज़र उठाई, मुस्कराई और कहामाफ़ करना, अभी नोट्स पूरे करने हैं।आरव हल्के से हँसातो नोट्स पूरे होने के बाद थोड़ी दोस्ती कर लेना।रीमा ने शरारत से कहाअगर तुम बार-बार आकर परेशान करोगे तो नोट्स कभी पूरे ही नहीं होंगे।दोनों हँस पड़े। यही हँसी उनकी दोस्ती की पहली सीढ़ी बनी।---अध्याय 2 – मोहब्बत का रंगधीरे-धीरे उनकी बातें बढ़ीं। लाइब्रेरी से लेकर