नज़र से दिल तक - 9

सुबह का हल्का सूरज अस्पताल की खिड़कियों से घुस रहा था। Anaya जल्दी उठी और hostel से निकल कर hospital पहुँची। आज भी rounds और duties का दिन था, लेकिन उसके मन में हल्की उत्सुकता थी। पिछले कुछ दिनों से Raj के subtle gestures और encouragement ने उसे थोड़ा confident बनाया था, और आज का दिन कुछ अलग experience होने वाला था।Rounds शुरू हुए। Raj usual calm और confident अंदाज में patients के पास जा रहे थे। Anaya उनके हर movement को ध्यान से observe कर रही थी। एक elderly patient के vitals check करते हुए Raj ने casually पूछा—“Anaya,