ओछा

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मिल्की यदा कदा कोई न कोई बहाना बनाकर एव उचित अवसर निकाल ही लेता सर्वप्रिया से मिलने का और जब भी जाता कुछ न कुछ सर्वप्रिया के लिए अवश्य ले जाता कभी कपड़े कभी मिठाई या जो सर्वप्रिया को पसंद हो सर्वप्रिया को पहले तो मिल्की का इस तरह मेडिकल कॉलेज आना मिलना तरह तरह के तोहफे देना बड़ा अजीब लगा वह स्वंय यह समझने की कोशिश करने लगी कि वास्तव में मिल्की सिंह की नियत नेक है या किसी दूरगामी योजना अंतर्गत वह मेल जोल बढ़ा रहा है । इतना आभास तो सर्वप्रिया को था ही कि वह जमींदार जट