तेरा मेरा सफ़र - 4

अगली सुबह होटल में हल्की हलचल थी। कॉन्फ़्रेंस के लिए मेहमान आ रहे थे, स्टाफ तैयारी में जुटा हुआ था। कियारा ने रिसेप्शन संभाला, लेकिन उसका मन पिछली शाम की beach की मुलाक़ात में ही उलझा हुआ था। आदित्य की बातें और अयान के बारे में उसकी तारीफें बार-बार उसके दिमाग़ में घूम रही थीं।लॉबी की हल्की हलचल में कियारा ने देखा कि अयान सीधे अपने ऑफिस की तरफ जा रहे थे। कोई booking, कोई formalities नहीं—बस उनकी calm और confident presence ही सबका ध्यान खींच रही थी।कियारा का दिल अनायास तेज़ धड़क गया। आदित्य की बातें उसकी याद में