"कौन लेटा रहेगा,,,और कौन खड़ा रहेगा इसका फैसला मैं करूंगी,,,"आशना की सख्त आवाज सुन कर सबके कदम रुक गए सब पीछे मुड़ कर देखे आशना डेंजर स्माइल कर सबको घूर रही थी।सब एक दुसरे का मुंह देख साथ में उसके पैरो में गिर कर "रहम,,,रहम करो,,,हमे माफ कर दो महानलीडर,,,"आशना उन्हे घूर कर बोली "बहुत हुई नौटंकी,,, उठो" उसके एक बार बोलने से सब उठ गए।कृषभ सख्त लहजे में " जरूरी बात,,,,हमे उसका पता चल गया है"सभी हैरानी से बोले "सच में,,,""हा,,,अभी कुछ देर पहले ही मुझे सिग्नल मिला,,," आशना सीरियसली बोली।"इससे पहले की वो किसी के हाथ आए,,,हमे उसे सहिसलामत यहां