उद्घोषों में छिपा ब्रह्मांड

अध्याय : उद्घोषों में छिपा ब्रह्मांड — Agyat Agyani धार्मिक परंपरा में जो शब्द हम रोज़ सुनते हैं— “हर हर महादेव”, “राम राम”, “ॐ नमः शिवाय”, “सत्यम् शिवम् सुंदरम्”— उन्हें आमतौर पर जयकार समझा गया। पर उनका असली स्वरूप उद्घोष नहीं, बल्कि आत्मा–परमात्मा का रहस्य है। १. हर हर महादेवअर्थ : हर आत्मा में वही महादेव। कोई एक देवता नहीं, बल्कि यह घोषणा कि हर जीव स्वयं शिव है।गुण : दुख, पाप, अज्ञान—सबका हरण।मृत्यु और जन्म के चक्र से मुक्ति।अहंकार का संहार और आत्मा का उदय।प्रतीक : भीड़ ने इसे युद्धनारा बना दिया, जबकि यह था—हर