बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 58

chapter 58 has a promised I will upload one more chapter, for not uploading 2 to 3 days chapters. let's begins पिछले चैप्टर में हम पढ़ते हैं की वनराज शिवाय से सवाल करता है तभी दरवाजा धड़ाम से खुलता है और दुर्गा और कार्तिक शिवाय के साथ घुटनों के बाल बैठते हैं और वनराज को यह बताते हैं कि आरोही के गुनहगार सिर्फ शिवाय अकेला नहीं बल्कि वह दोनों भी है। अब आगेकपाड़िया कॉरपोरेशन; वनराज के केबिन में।पूरे केबिन में इतनी खामोशी थी कि अगर एक पीन भी नीचे गिरता तो उसकी आवाज साफ-साफ सुनाई दे सकता था। यहां तक की सभी को