बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 56

चैप्टर 56 छत पर माया शिवाय की बात सुनकर शिवाय के मुंह पर हाथ रखती है और अपने होठों पर उंगली रखते हुए बोली गलती से भी यह बात तुम्हारी जुबान में नहीं आना चाहिए, किसी को मेरी सच्चाई नहीं पता चलनी चाहिए।।तभी कोई आकर, शिवाय के मुंह से माया का हाथ हटता  है और माया को अपने तरफ खींच लेता है। माया झटका की वजह से उसे इंसान के बाहों में गिर जाती है।अब आगे शिवाय और माया उसे इंसान को देखते हैं, जिसने माया को इतनी जोर से खींचा था, तो कोई और नहीं इंद्रजीत होता है।इस समय इंद्रजीत के चेहरे पर