बंधन (उलझे रिश्तों का) - भाग 55

चैप्टर 55 पिछले चैप्टर में हम पढ़ते हैं कि वनराज और शिवाय शेखर और उर्मिला जी को खपड़िया मेंशन में रुकने के लिए मनाते हैं। खुशी जी के हाथों में सिटी हॉस्पिटल का पेपर होता है जिसे देखकर वह अपने आंखों को बड़ी करती है ‌।।अब आगे।जैसे ही खुशी जी उसे कागज को खोलकर पड़ती है तो उसे पर बच्चे और आरोही का डीएनए टेस्ट रिपोर्ट होता है जिसका रिजल्ट नेगेटिव में आता है इसका मतलब कि बच्चों और आरोही का डीएनए मैच नहीं हुआ।"शुक्र है कान्हा जी! का मेरा शक सिर्फ शक था,, इतना! वह मन में बोलकर एक राहत