मजनू की मोहब्बत पार्ट-2

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मजनू की मोहब्बत पार्ट -2अगली ही शाम फिर वही टपरी, वही गिलास, वही भाप उड़ाती चाय।पर इस बार भीड़ कुछ ज़्यादा थी। मोहल्ले में खबर फैल चुकी थी कि मजनू भाई ने कल इश्क़ पर लेक्चर दिया। अब सबको इंतज़ार था आज के नए खुलासे का।मैं पहले ही पहुँच गया था। तभी मजनू भाई आते दिखे—कंधे पर झोला, आँखों में वही पुराना इश्क़, और होंठों पर नयी शायरी।मैं:-“मजनू भाई, कल आपने जो एकतरफा इश्क़ का राज़ खोला था, उससे मोहल्ला अब तक उबर नहीं पाया है। लेकिन एक सवाल सबके मन में है—आपकी शादी हो चुकी है न? तो ये