अदाकारा - 30

*अदाकारा 30*"बताओ तो क्या हुआ है?उदास क्यों हो? तुम्हारी आंखों मे ये आंसू आखि़र किसलिए?"बृजेश ने फिर पूछा।तभी शर्मिला की आँखें फिरसे भर आईं।बृजेशने उसके गालों से बहते आँसुओं को पोंछते हुए प्यार से कहा।"अगर तुम ऐसे ही रोती रहोगी तो मुझे कैसे पता चलेगा कि तुम्हें क्या हुआ है?मुझे कुछ तो बताओ तो सही।"शर्मिला को संभलने में थोड़ा वक़्त लगा।फिर रुमाल से आँखें पोंछते हुए वह अपने ओर अपनी बहन उर्मिला के साथ जो भूतकाल मे घटित हुआ था उस कहानी को बदल कर बृजेश को सुनाने लगी।"मेरी एक जुड़वाँ बहन है उर्मिला।वह यहाँ बीमानगर में रहती है।उसकी शादी