अगले दिन अनाया जल्दी उठी और hostel से निकलकर hospital पहुँच गई। उसके मन में हल्की घबराहट थी, लेकिन साथ ही excitement भी थी—क्योंकि वह जानती थी कि आज भी राज वहाँ होगा। क्लास और ward duties की थकान उसके कंधों पर थी, लेकिन उसके दिल में हल्की उम्मीद भी थी।Morning roundsRounds शुरू हुए। राज usual calm और confident अंदाज में patients के पास जा रहा था। अनाया उसकी हर movement को ध्यान से observe कर रही थी। एक elderly patient के vitals check करते हुए राज ने casually पूछा—“Anaya, did you review Mr. Mehta’s latest reports?”अनाया तुरंत जवाब दी—“Yes