अनुबंध – एपिसोड 10 इज़हार और इंकार कॉरिडोर की ठंडी दीवार से टिकाकर जब विराट ने अनाया को अपनी बाँहों में कैद किया था, उनकी साँसें जैसे वहीं थम सी गई थीं। पास खड़े होकर उसने पहली बार अपने दिल की बेचैनी को बाहर आने दिया था। उसकी गहरी, अंधेरी आँखों में जलन की आग थी, वो आग जो बरसों से बस दबी हुई थी, और अब उसके सामने इस लड़की ने उसे भड़का दिया था।वो और झुककर उसके होंठों तक आया। इरादा साफ़ था—उसे चूम लेने का। उसकी आँखों में भूख थी, पर वो भूख सिर्फ़ जिस्म