अनुबंध – एपिसोड 7 डाइनिंग टेबल पर खाने की थालियाँ सजी थीं।आरव बार-बार कोई न कोई बात छेड़ने की कोशिश कर रहा था, लेकिन माहौल पर जैसे बर्फ़ की मोटी परत जमी हो।विराट सिंहानिया—जो हमेशा परफ़ेक्ट, कंट्रोल में और बेहद शांत लगता था—आज उसके चेहरे पर किसी पुराने तूफ़ान की लकीरें साफ़ दिख रही थीं।उसकी चुप्पी इतनी भारी थी कि चम्मच की खनक भी असहज कर रही थी।अनाया ने चोरी-चोरी उसकी ओर देखा।वो सीधे खाने की प्लेट पर नज़र गड़ाए था, लेकिन उसकी उँगलियाँ लगातार चम्मच से खेल रही थीं।"कुछ है… जो इसे भीतर से खा रहा है। पर