धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 21

सिमरन देखती है कि साहिल उसे ही देखे जा रहा है। तो वो बोलती है कि;सिमरन - क्या हुआ साहिल? पर साहिल को शायद सिमरन की आवाज सुनाई ही नही दे रही थी, क्योंकि वो तो उसमे खोया हुआ था। तभी सिमरन उसे कंधे से पकड़कर हिलाती है, खयालों से बाहर लाने के लिए! लेकिन जैसे ही सिमरन का हाथ साहिल को छूता है,साहिल के शरीर में बिजली सी दौड़ जाती है। एक अलग ही एहसास होता है साहिल को, सिमरन के छूते ही! और वो अपने खयालों से बाहर आता है। साहिल - कुछ नही, तुम बताओ कि क्या बोल रही