एपिसोड 14 : “रूह बनी मोहब्बत – तहख़ाने का पहला दरवाज़ा” --- ⏳ रात का सन्नाटा – पुस्तकालय के भीतर पुरानी पुस्तकालय की हवा और गहरी होती जा रही थी। धूल से ढकी अलमारियों में रखी किताबें मानो सदियों से किसी रहस्य की रखवाली कर रही थीं। सबकी निगाहें उस किताब पर टिकी थीं, जिस पर लिखा था— “रूह बनी मोहब्बत – पहला ग्रंथ”। आर्यन ने काँपते हाथों से किताब उठाई। उसके पन्ने खुलते ही एक ठंडी हवा पूरे हॉल में घूम गई। अनाया ने धीमे स्वर में कहा – “ये