*अदाकारा 25* सुनीलने जैसे ही उर्मिला के गाउन की चेन खींची और तभी......बेडरूम के दरवाज़े पर दस्तक हुई"अभी कौन हो सकता है?"सुनील हैरान रह गया।उस दस्तक के जवाब में,वह अभी भी सोच में था कि क्या करे या क्या न करे,तभी दरवाज़े पर फिर से दस्तक हुई और उसके साथ एक आवाज़ आई।"सुनील,दरवाज़ा खोलो।"सुनील यह आवाज़ सुनकर झट से उर्मिला के शरीर से उठ खड़ा हुआ।और काँपती हुवी आवाज़ में पूछा।"क.क.कौन?" कौन?क्या मैं उर्मि हूँ।दरवाज़ा खोलो।"सुनील ने चौंककर बिस्तर पर लेटी उर्मिला को देखा।तो वह बोली।"लगता है वो शर्मी है।उसे मज़ाक करने की आदत है।वो अभी अपने आप चली जाएगी।