प्रेम और अनन्या की दोस्ती अब रंग ले चुकी थी। उनकी प्यारी सी कहानी एक नई दिशा लेने जा रही थी—जहाँ दिल के फैसले, परिवार की जंजीरों से टकराने वाले थे। कॉलेज के आख़िरी साल शुरू होते ही दोनों ने तय किया कि अब रिश्ते को अगले मुकाम पर ले जाना है।लेकिन मुश्किलें इतनी आसान कहाँ होती हैं? प्रेम के घरवालों को जब अनन्या के बारे में पता चला, घर में सन्नाटा छा गया। माँ रोने लगीं, "बेटा, जात बिरादरी का सवाल है, समाज क्या कहेगा! कभी हमारे खानदान में लव मैरिज नहीं हुई।"पिता ने गंभीर स्वर में कहा,