Episode 1: रहस्यमयी शुरुआत रात का अंधेरा शहर की संकरी गलियों में गहराता जा रहा था। आसमान में बादल थे, जिनसे रुक-रुककर हल्की बारिश की बूंदें टपक रही थीं। बूंदें जब पत्थर की फर्श से टकरातीं, तो एक अजीब-सी गूँज पैदा होती – मानो पुरानी दीवारें भी इस रात की खामोशी में कुछ कहना चाहती हों।आरव मेहरा, 28 साल का एक investigative journalist, अपने कंधे पर झूलते पुराने कैमरे और हाथ में पकड़े नोटबुक के साथ उस अंधेरी गली के मुहाने पर खड़ा था। उसके चेहरे पर हल्की दाढ़ी और आँखों में बेचैन जिज्ञासा थी। वह अपने भीतर की बेचैनी