छुपा हुआ सच और बेइंतहा प्यार

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ये कोई कहानी नहीं है। ये मेरी ज़िंदगी का वो पन्ना है जिसे मैंने कभी पलटने की हिम्मत नहीं की। आज जब मैं इसे शब्दों में ढाल रही हूँ, तो लगता है जैसे हर अक्षर मेरी आँखों से बहते आँसुओं में लिपटा हुआ है। ये पूरी तरह से एक सच्ची घटना है, उन तमाम भावनाओं का निचोड़ जो मैंने कभी महसूस की हैं, कभी जी हैं, और शायद कभी नहीं भूला पाऊँगी।आज भी मुझे ठीक से याद है, वो रात। एक ऐसी रात जिसने मेरी पूरी दुनिया बदल दी थी। मैं, ऐशा, एक आर्किटेक्ट, अपने काम में डूबी