अनाथ का दिलअध्याय 1 प्रेम का जन्म (भाग 06 ) पहली भावनात्मक बातचीत (Written by H K Joshi) __________________________________________________________________________________________दिल्ली का दिन हल्का धुंधला और गर्म धूप से भरा हुआ था। कॉलेज की पुरानी इमारतों की दीवारें सुनहरी धूप में चमक रही थीं। प्रांगण में छात्र-छात्राएँ आपस में हँसी-खुशी में घुल-मिल रहे थे।वादल ने अपने कदम धीमे रखते हुए देखा ,कि वर्षा अकेली एक बेंच पर बैठी किताब पढ़ रही थी। उसके चेहरे पर हल्की मुस्कान और आँखों में जिज्ञासा थी। वादल धीरे-धीरे उसके पास गया।“नमस्ते वर्षा जी।” उसने हल्के स्वर में कहा।वर्षा ने सिर उठाकर उसकी ओर देखा। उसकी मुस्कान और